राजस्थान के धार्मिक स्थल (Religious Places of Rajasthan)
- रणकपुर का प्रसिद्ध जैन मंदिर किस जिले में स्थित हैं - पाली
- देवयानाी तीर्थ स्थल स्थित हैं - सांभर झील
- खाटूश्यामजी का मंदिर किस जिले में स्थित हैं - सीकर
- विश्नोई समुदाय के गुरू माने जाते हैं - गुरू जम्भेश्वर
- आदिवासियां का कुंभ कहाँ लगता हैं - डूँगरपुर जिले में
- प्रसिद्ध वेणेश्वरधाम कहाँ स्थित हैं - नवाटापरा गाँव
- बोहरा समाज का उर्स कहाँ भरता हैं - गलियाकोट
- कीर्ति स्तम्भ कितनी मंजिला हैं - 9 मंजिला
- चूहों का मंदिर नाम से प्रसिद्ध करणी माता का मंदिर कहाँ स्थित हैं - देशनोक (बीकानेर)
- राजस्थान में मेवानगर प्रसिद्ध हैं - पाश्र्वनाथ जैन मंदिर के लिए
- सूर्य मंदिर राजस्थान में कहाँ स्थित हैं - आमेर
- अढ़ाई दिन का झौंपड़ा कहाँ स्थित हैं - अजमेर
- तेजाजी धाम सुरसुरा किस जिले में स्थित हैं - नागौर
- मीराबाई के पति का नाम क्या था - भोजराज
- राजस्थान में पाली जिले में स्थित रणकपुर किसके लिए विख्यात हैं - जैन मंदिर
- भीलवाड़ा जिले मंे खारी नदी के तट पर स्थित कौनसा मंदिर गुर्जर समाज के लिए विशेष आस्था केन्द्र हैं - सवाई भोज मंदिर,आसींद
- दिलवाड़ा जैन मंदिर कहाँ स्थित हैं - आबू पर्वत (सिरोही)
- किस मंदिर के बारे में कहा जाता हैं कि उसके निर्माण में पानी के स्थान पर घी इस्तेमाल किया गया था - भांडाशाह जैन मंदिर,बीकानेर
- राजस्थान का खजुराहो किसे कहा जाता हैं - किराडू मंदिर
- दिलवाड़ा मंदिर परिसर मंे मंदिरों की कुल संख्या हैं -3
- त्रिपुरा सुन्दरी का मंदिर किस जिले में स्थित हैं - बांसवाड़ा
- छठ पर्व में किस देवता की पूजा की जाती हैं - सूर्य
- गणेशजी का प्रसिद्ध मेला कहाँ आयोजित किया जाता हैं - रणथम्भौर (सवाईमाधोपुर)
- कनफटे नाथों का मंदिर हैं - अलवर में
- कपिलमुनि की तपस्थली हैं - कोलायत (बीकानेर)
- ऋषभदेव का मंदिर स्थित हैं - धुलैव में
- नाडोल किस जिले में हैं - पाली में
- गलियाकोट स्थान किस जिले में स्थित हैं - डूंगरपुर
- नाथद्वारा मंदिर का निर्माण किसने और कब करवाया - राजसिंह ने 1691 में
- हर्षनाथ मंदिर स्थित हैं-हर्ष की पहाड़ियों पर (सीकर)
- देलवाड़ा स्थित ‘आदिनाथ मंदिर‘ का निर्माण किसने करवाया - विमलशाह
- ‘खाटूश्याम जी‘का मंदिर स्थित हैं-खाटू(सीकरजिले में)
- राष्ट्रीय दशहरा मेले का आयोजन किस जिले में किया जाता हैं - कोटा
- राजस्थान में अकबर की मस्जिद स्थित हैं - आमेर (जयपुर)
- लवकुश की जन्मस्थली के रूप में प्रसिद्ध स्थल हैं - सीताबाड़ी
- बीकानेर के महाराजा रामसिंह ने मुगल बादशाह अकबर के कहने पर किस मंदिर की स्थापना की थी - माँ भद्रकाली मंदिर
- गलता तीर्थ पर स्थित मंदिर जिस देवता को समर्पित हैं,वह हैं - सूर्य
- आबू की प्रसिद्ध मंदिर-विमल-वसही और लूण-वसही हैं - जैन मंदिर
- जोधपुर के निकट ओसियाँ में निर्मित मंदिरों का समूह किसकी देन हैं - प्रतिहार
व्याख्या:- जोधपुर शहर से 65 किमी.दूर स्थित ओसियाँ 8वीं से 12वीं शताब्दी के ब्राह्री और जैन मंदिरों एवं शिल्प के लिए विख्यात हैं।
- ओसियाँ स्थित सूर्य मंदिर एवं सच्चियाय माता के मंदिर देशभर में प्रसिद्ध हैं।
- यहाँ का सूर्य मंदिर ओडिशा के कोर्णाक मंदिर व कर्नाटक के होयसल मंदिर से समता रखता हैं।
- माउंट आबू (राजस्थान) मे दिलवाड़ा मंदिर प्रसिद्ध हैं - जैन मंदिर में कला हेतु
- कैला देवी का विश्व प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के किस जिले में स्थित हैं - करौली
- प्राचीन तांत्रिक शक्ति पीठ ‘सुंधा माता का मंदिर‘‘ कहाँ स्थित हैं - जालोर में
- बाड़मेर जिले में तिलवाड़ा गाँव में स्थित मंदिर किस लोकदेवता से संबंधित हैं - मल्लीनाथजी
- सम्भराथल धोरा स्थित हंै - बीकानेर जिले में
- आमेर में शिला देवी का मंदिर बनवाया गया था - मानसिंह द्वारा
- किस शहर में गंगा स्थित हैं - भरतपुर
- मल्लीनाथजी का मंदिर स्थित हैं - बाड़मेर में
- रणकपुर के जैन मंदिर में कितने खंभें हैं - 1444
- प्रसिद्ध किराडू मंदिर किस शैली में निर्मित हैं - गुर्जर प्रतिहार शैली
- राजसमंद झील के किनारे स्थित मंदिर हैं - घेवर माता का मंदिर
- अढ़ाई दिन का झोपड़ा कहाँ पर स्थित हैं - अजमेर
- किसकी स्मृति में राजा मानसिंह ने आमेर में जगत शिरोमणि मंदिर का निर्माण कराया - जगतसिंह (पुत्र)
- ओसियां में महावीर स्वामी को समर्पित जैन मंदिर का निर्माण किस राजा के काल में हुआ - वत्सराज प्रतिहार
- ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में जुमा मस्जिद का निर्माण किस मुगल शासक द्वारा किया गया - अकबर
व्याख्या:-
- ईरानी और हिन्दुस्तानी वास्तुकला - दरगाह शरीफ इन कलाओं का सुंदर मिश्रण हैं।
- हुमायूँ - दरगाह का निर्माण इनके शासनकाल में हुआ।
- अकबर - दरगाह के प्रवेश द्वार के निकट मस्जिद का निर्माण इनके शासनकाल में हुआ।
- शाहजहाँ - मजार के ऊपर का आकर्षक गुबंद शाहजहाँ के शासनकाल मंे निर्मित हुआ।
- गयासुद्दीन खिलजी - मांडू के सुल्तान,इन्होंनें दरगाह को पक्का करवाने का कार्य किया।
- जयसिंह - दरगाह के अंदर बेहतरीन नक्काशी किया हुआ चांदी का एक घेरा हैं। इस घेरे के भीतर ख्वाजा साहब की मजार हैं। यह घेरा जयपुर के महाराजा राजा जयसिंह ने बनवाया था।
- अकबर,जहाँगीर - दरगाह के आंगन में दो विशालकाय दग रखी हुई हैं जो अकबर और जहाँगीर द्वारा भेंट की गई थी।
- जहाँगीर - शाहजादे सलीम (जहाँगीर) ने स्वयं को ख्वाजा साहब का गुलाम प्रदर्शित करते हुए दरगाह शरीफ में अपने कान छिदवाय थे।
- ‘त्रिपुरा सुन्दरी‘ का मंदिर किस जिले मंे हैं - बाँसवाड़ा
- किराडू का सोमेश्वर मंदिर हंै - गुर्जर प्रतिहार शैली का
व्याख्या:- 7किराडू प्राचीन समय में किरात कूप के नाम से प्रसिद्ध रहा हैं। यहाँ की शिल्प एवं मूर्तिकला को देखकर इसे मूर्तियांे का खजाना कहा जाता हैं।
- किराडू की स्थापत्य कला नागर शैली की हैं। इसे राजस्थान का खजुराहो कहा जाता हैं।
- किराडू का सोमेश्वर मंदिर राजस्थान में गुर्जर प्रतिहार शैली का अंतिम मंदिर हैं।
- ज्ञातव्य हैं कि जगत (उदयपुर) स्थित जगदम्बिकादेवी के मंदिर को मेवाड़ का खजुराहो कहा जाता हैं।
- रणकपुर जैन मंदिर किस नदी के तट पर स्थित हैं - मथाई
व्याख्या:- रणकपुर जैन मंदिर (नदियां,पाली) भगवान महावीर को अर्पित हैं।
- राणा कुंभा के मंत्री जैन श्रावक धरणाकशाह द्वारा शिल्पी देपा के सहयोग से मंदिर का निर्माण 1439 ई. में करवाया गया।
- यह पूरा मंदिर 1444 स्तंभों पर खड़ा हैं। इस मंदिर को स्तंभों का वन एवं स्तंभों का नगर भी कहते हैं।
- इस मंदिर में तीन सौ किलो वजनी पाँच धातुओं से बना घण्टा हैं।
- लोकदेवी जीणमाता का मंदिर स्थित हैं - सीकर
- ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह स्थित हैं - अजमेर में
- कुशालमाता का भव्य मंदिर जिसका निर्माण महाराणा कुंभा ने करवाया,स्थित हैं - बदनौर में
व्याख्या:- महाराणा कुंभा द्वारा बदनौर पर पुर्नआधिपत्य कर 1490 ई.में बदनौर (भीलवाड़ा) में कुशालमाता मंदिर का निर्माण कराया गया।
- गेपरनाथ महादेव मंदिर (2008) काफी चर्चा में रहा,जो स्थित हंै - कोटा में
व्याख्या:- कोटा स्थित गेपरनाथ मंदिर वर्ष 2008 में सीढ़ियाँ टूटने के कारण हुये हादसें की वजह से चर्चा मंे रहा।
- यह मंदिर 16वीं शताब्दी का हाड़ौती का एकमात्र द्विलिंगी शिवलिंग मंदिर हैं।
- राजस्थान में 1444 खंभों वाला मंदिर कहाँ पर स्थित हैं - रणकपुर
व्याख्या:- रणकपुर जैन मंदिर (नांदिया ग्राम,पाली) - राणा कंुभा के मंत्री जैन श्रावक धरणाकशाह द्वारा शिल्पी देपा के सहयोग से इस मंदिर का निर्माण करवाया गया।
- उपनाम - त्रैलोक्य दीपक प्रसाद,स्तम्भों का वन, त्रिभुवन प्रसाद।
- बौद्ध मंदिर के अवशेष किस स्थान पर स्थित हैं - बैराठ
- बाड़ौली में मंदिर किस मंदिरशैली से संबंधित हैं-नागर
- मशहूर ‘विमलवसही‘ व ‘लूणवसही‘ मंदिर कहाँ हैं - आबू पर्वत
व्याख्या:- दिलवाड़ा जैन मंदिर राजस्थान का सर्वश्रेष्ठ जैन मंदिर माना जाता हैं।
- टाॅड के अनुसार ‘‘ताजमहल को छोड़कर कोई भी इमारत इस मंदिर की समानता नहीं कर सकती‘‘।
- यह मंदिर निम्न पाँच मंदिरों का समूह हैं -
- विमलशाह (विमलवसही) का मंदिर
- लूणवसही का मंदिर
- पीतलहर आदिश्वर मंदिर
- खरतरवसही मंदिर
- महावीर स्वामी का मंदिर
- रंगनाथजी का मंदिर कहाँ स्थित हैं - पुष्कर
- किराडू का मंदिर किस जिले में हैं - बाड़मेर
- पुष्कर के ब्रहा्रा मंदिर के अतिरिक्त राजस्थान में ही ब्रहा्र जी का दूसरा मंदिर कहाँ हैं - आसोतरा
व्याख्या:- राजस्थान में ब्रहा्रजी के नाम से तीन विख्यात मंदिर स्थित हैं। इनमें से एक सबसे विख्यात एवं प्राचीन मंदिर पुष्कर में पुष्कर झील में तट पर स्थित हैं एवं अन्य दो मंदिर क्रमशः आसोतरा (बाड़मेर) में एवं छींछ (बाँसवाड़ा) में स्थित हैं।
- ब्रहा्र मंदिर (पुष्कर) - पुष्कर (अजमेर) स्थित ब्रहा्रजी का मंदिर राजस्थान में सबसे विख्यात मंदिर हैं। यह मंदिर पुष्कर झील के तट पर स्थित हैं। यहाँ प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को विशाल मेला भरता हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा ब्रहा्र मंदिर को राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा दिया गया हैं।
- जोधपुर के नजदीक वह एक स्थान जो हिंदू एवं जैन मंदिरा के लिए प्रसिद्ध हंै एवं जिसका निर्माण 8वीं व 12वंी शताब्दी के बीच गुर्जर-प्रतिहार वंश द्वारा किया गया,हैं- ओसियाॅ
- राजस्थान में एक देवी मंदिर,जहाँ चूहे बहुत अधिक संख्या में निवास करते हैं,का नाम हैं-करणी माता मंदिर
- गुरूद्वारा बुढ्ढा जोहड़ किस जिले में स्थित हैं - श्रीगंगानगर
- एकलिंगनाथजी के मंदिर का निर्माण करवाया - बप्पा रावल ने
- आबू के किस मंदिर में पाश्र्वनाथ की प्रतिमा स्थापित हैं - चैमुखा मंदिर
- सास-बहू का मंदिर (सहस्त्रबाहु) स्थित हैं - नागदा में
- तनोट देवी का मंदिर कहाँ स्थित हैं - जैसलमेर
- प्राचीन जैन तीर्थ नाकोड़ा का संबंध किस जिले से हैं - बाड़मेर
- हरिहर मंदिर,महावीर स्वामी मंदिर,पीपलाद देवी मंदिर,खोखरी माता आदि मंदिर कहाँ हैं - ओसियाॅ
राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित समारोह (Ceremony organized by Rajasthan Government)
समारोह स्थान तिथि
- मेवाड़ समारोह उदयपुर चेत्र शुक्ला तृतीयां
- गणगौर समारोह जयपुर चेत्र शुक्ला तृतीयां
- मारवाड़ समारोह जोधपुर आश्विन शुक्ला चैदश
- तीज समारोह जयपुर श्रावण शुक्ला तीज
- मरू समारोह जैसलमेर माघ शुक्ला त्रयोदशी
- नागौर समारोह नागौर माघ शुक्ला सप्तमी
- दशहरा समारोह कोटा आश्विन शुक्ला दशमी
- ऊँट समारोह बीकानेर पोष शुक्ला चैदश
- हाथी समारोह आमेर जयपुर फाल्गुन पूर्णिमा
- ग्रीष्म समारोह माउंट आबू,सिरोही 01से तीन जून तक
- चन्द्रभागा समारोह झालरापाटन कार्तिक पूर्णिमा
- पुष्कर समारोह पुष्कर,अजमेर कार्तिक पूर्णिमा
- राजस्थान का प्रथम समयांकित मंदिर कहाँ हैं ? = शीतलेश्वर महादेव - झालरापाटन (झालावाड़) में।
- ताजमहल के बाद यदि कोई महल हैं तो विमलशाह का मंदिर हैं, यह कथन किसने कहा था? = कर्नल जेम्स टाॅड -माउंट आबू,सिरोही।
- आबु के चैमुखा मंदिर में किस जैन गुरू की प्रतिमा हैं ? = पाश्र्वनाथ की प्रतिमा।
- पुष्कर के ब्रहा्र मंदिर का निर्माण किसने करवाया था ? = गोकुल चन्द्रपारीक ने।
- 11सौं वर्ष पुराना सवाई भोज का मंदिर कहाँ हैं ? = आंसींद - भीलवाड़ा में।
- भोपा जाति की कुल देवी विरात्रा माता का मंदिर कहाँ हैं ? = बाड़मेर हैं।
- लक्ष्मण जी का एकमात्र मंदिर - भरतपुर में।
- विभिषण जी का एक मात्र मंदिर - कैथून कोटा में।
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